खंडवा- राज्य आनंद संस्थान अध्यात्म विभाग भोपाल द्वारा स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सक स्टाफ नर्स एवम् पैरामेडिकल स्टाफ के लिए आज 18 फरवरी 2020 को होटल रणजीत में एक दिवसीय साफ्ट स्किल अल्पविराम प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया ।इसमे 40 प्रतिभागियों ने भाग लिया ।इन्होंने विभिन्न टूल्स के माध्यम से अपने अंदर व्याप्त बुराइयो को पहचाना और उन्हें दूर करने हेतु नियमित अल्पविराम करने का संकल्प लिया ।
कार्यक्रम का शुभारंभ जिला मुख्य चिकित्सा एवम् स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर डी एस चौहान , सिविल सर्जन डा ओ पी जुगतावत एवम् राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला प्रबंधक शिवराजसिह चौहान एवम् मॉस्टर ट्रेनर मुकेश करुआ ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। ततपश्चात मास्टर ट्रेनर ने गणेश कानडे राज्य आनंद संसथान और अल्पविराम का परिचय दिया ।
राज्य आनंद संस्थान के मास्टर ट्रेनर मुकेश करुआ ने अतिथियो एवम् प्रतिभागियों का परिचय कराया ।इसमे सभी के बचपन् के नाम एवम् हावी बताकर सभी को आनंद की अनुभूति हुई ।सभी बचपन की सुखद अनुभूति में खो गए । उन्होंने इसके बात मास्टर ट्रेनर के बी मंसारे ने आनंद की और शेषन में प्रतिभागियों को 3 प्रश्न दिए आपके जीवन में आनंद क्या है ।किन चीजो से आनंद बढ़ता हे और किन चीजो से घटता है।प्रतिभागियों ने मोन रहकर ऐसे लिखा और शेयरिंग भी की। इसके बाद मास्टर ट्रेनर गणेश कानडे ने लाइफ बेलेंससीट शेषन में 4 प्रश्न दिए मेरे जीवन में किस किस ने मदद की ।मेने किस किस की मदद की ।मुझे किस किस ने कष्ट दि या और मेने किस किस को कष्ट दिया ।कुछ समय शांत समय के बाद प्रतिभागियों ने इसमे अपने जीवन की घटनाओ पर आधारित शेयरिंग की ।उन्हें कृतज्ञता पश्चाताप और प्रायश्चित स्वरुप धन्यवाद ज्ञापित करने माफ़ कर देने और माफ़ी मागने से तनाव दूर करने के उपाय भी बताये गए।
लंच बाद के सत्र में मुकेश करुआ में शांत समय और कनेक्शन करेक्शन और डायरेक्शन के बारे में बताया। अल्पविराम में पहले व्यक्ति शांत समय में अपनी आत्मा से कनेक्ट होता है ।फिर आत्मा से दिशा मिलती हे और जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आता है । जीवन जीने क दिशा मिलती है । आनंदम सहयोगी शिल्पी राय ने फ्रीडम ग्लास विधि के माध्यम से प्रतिभागियो को अल्पविराम के माध्यम से अपने अंदर की व्याप्त बुराइयो को पहचानने और उन्हें दूर करने हेतु अल्पविराम करने से उनमे आये परिवर्तन की कहानिया शेयर की। द्वेष घृणा, शत्रुता और जलन की स्टोरी शेयर की । अंत में मुकेश करुआ द्वारा एक सत्र के माध्यम से अपने अंदर की बुराइयो को एक पेपर पर नॉट करवा कर कचरे की बाल्टी में डलवा दिया गया। गणेश कानडे ने शांत समय का महत्व बताया और रोज आध घंटे अल्पविराम से जीवन में परिवर्तन लाने हेतु प्रयास करने हेतु प्रेरित किया । अंत में राज्य आनंद संसथान के मास्टर ट्रेनर मुकेश करुआ ने बिगड़े रिश्तों को मधुर बनाने हेतु उपाय बताये ।
इस अवसर पर जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा एन.के.सेठिया, डा अनुरुद्ध कौशल ,डा लक्ष्मी डुडवे ,डा रामकृष्ण इंगला एवम् एन एच एम् के डिस्ट्रिक कम्युनीटी मोबिलाइजर सहित पंधाना के बी सी एम् अखिलेश हिरवे ।खालवा के बी सी एम् दिलीप नांदिया सहित स्टाफ नर्स ए एन एम् एवम् परमेडिकल के 40 प्रतिभागी उपस्थित थे।