शासन प्रशासन द्वारा कलम के धनी पत्रकारों के खिलाफ षड्यंत्र पूर्वक कार्रवाई करने का जर्नलिस्ट एसोसिएशन ऑफ मध्य प्रदेश कड़ी निंदा करता है

 


खण्डवा- शासन प्रशासन की दमनकारी नीतियों और कलम कारों के खिलाफ खुला लिखने और उनकी जुबान को दबाने के जो भरसक प्रयास किया जा रहे हैं उसका सभी पत्रकार एवं संगठन निंदा प्रस्ताव पारित कर आक्रोश व्यक्त कर रहे हैं गत दिनों लोकस्वामी प्रेस पर देर रात ताबड़तोड़ कार्रवाई करना कलम को दबाना निर्भीक लिखने वाले पत्रकारों को डराना शासन प्रशासन की इस नीति का सभी पत्रकार खुले रुप से विरोध करने के साथ सड़क पर उतरने को मजबूर हो गए हैं हनी टेप मामले को चरणबद्ध तरीके से अपने अखबार में छापने वाले कलम कारों की आवाज दबाने के लिए शासन प्रशासन ने जो प्रयास किया इससे स्पष्ट होता है कि प्रशासन अपनी नाकामी और अपने नुमाइंदों को बचाने के लिए निर्भीक रूप से छापने वाले कलम कारों पर डंडा चलाने के फिराक में लगी है लेकिन इस प्रजातांत्रिक देश में कलम की स्वतंत्रता को दबाने वाले लोगों पर हमेशा कलम भारी रहेगी और ऐसे लोगों के खिलाफ खुलकर पत्रकार लिखते रहेंगे ऐसी घृणित कारवाही करने वाले शासन प्रशासन की पोल खोलने के साथ आईना दिखाने में कभी भी पीछे नहीं हटेंगे।
इसी के चलते जर्नलिस्ट एसोसिएशन (ऑफ) मध्य प्रदेश जिला इकाई खंडवा ने बैठक कर निंदा प्रस्ताव पारित कर शासन प्रशासन के खिलाफ आक्रोश व्यक्त करते हुए कलम कारों की जुबा को दबाने वालों के खिलाफ निर्भीक रूप से इन्हें उजागर करने की शपथ लेने के साथ आक्रोश व्यक्त किया।
इस अवसर पर खंडवा जिला संयोजक हीरालाल लोंगरे, राष्ट्रीय महासचिव एवं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष श्री सुरेश शर्मा जी, इंदौर संभाग अध्यक्ष श्री चंपालाल गुर्जर, पूर्व खंडवा जिला अध्यक्ष अशोक शर्मा, राजेश चौहान, दीपक गुप्ता, आकाश शुक्ला, गजेंद्र सिंह ठाकुर, राधेश्याम राठौड़, संजय चौहान,  चंद्रशेखर चौहान, प्रवीण दुबे, विवेक विद्यार्थी, चंद्रशेखर कर्मा, वीरेंद्र प्रजापति, अनिल उपाध्याय, महेश जैन, अमित दुबे, अशोक सोनी, सत्येंद्र ठाकुर, अयाज खान, आबिद हुसैन, आशीष साकल्ले, प्रवीण जैन, मुकेश जाधव, मुकेश पटेल, सहित सैकड़ों पत्रकारों ने एक स्वर में निंदा प्रस्ताव पारित कर शासन प्रशासन के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया।