खण्डवा जिले के 70 हजार अन्नदाता किसान ऋण माफी का कर रहे इंतजार, ये है कमलनाथ सरकार  धोखा, तबादला के अलावा एक साल में कुछ नहीं किया - जिलाध्यक्ष श्री पटेल

 


खंडवा- भाजपा कार्यकर्ता आधारित पार्टी है और हमारी पार्टी पंडित दीनदयाल जी के सिद्धांत पर कार्य कर रही है। अंतिम छोर के व्यक्ति की चिंता ही हमारी सरकार और पार्टी संगठन का लक्ष्य रहा है। मुझ जैसे जमीनी और छोटे कार्यकर्ता को भाजपा प्रदेश एवं जिला संगठन ने जिले के सबसे प्रमुख पद पर बैठाया यह इसका प्रमाण है। पार्टी के वरिष्ठजनों और कार्यकर्ताओं के सहयोग से मैं पार्टी को लगातार मजबूती प्रदान करता रहूंगा। इस कार्य में आप सभी पत्रकार बंधुओं का भी सहयोग अपेक्षित है। यह बात पत्रकारों से चर्चा करते हुए नवनियुक्त जिलाध्यक्ष सेवादास पटेल ने कही। श्री पटेल ने कहा कि कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में किसानों से ऋण माफी का जो वादा किया था उस पर कांग्रेस सरकार खरी नहीं उतरी है और न ही मुख्यमंत्री का परिवर्तन किया गया है। क्योंकि कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रदेश की आयोजित सभाओं में एक से दस तक गिनती गिनाई थी और कहा था कि दस दिन में यदि सभी किसानों का कर्जा माफ नहीं हुआ तो मैं मुख्यमंत्री बदल दूंगा। प्रदेश सरकार को दस दिन नहीं पूरा एक वर्ष मिला फिर भी न तो किसानों का कर्जा माफ हुआ और न ही राहुल जी ने मुख्यमंत्री बदला। खंडवा जिले में लगभग 1 लाख 16 हजार किसानों ने ऋण माफी के हरे, पीले, सफेद रंग के आवेदन जमा कराए थे। उसमें लगभग 46 हजार किसानों के 50 हजार की राशि के ऋण माफ हुए हैं। वहीं अभी 70 हजार अन्नदाता किसान ऋण माफी का इंतजार कर रहा है। 
कमलनाथ सरकार का एक साल जनकल्याण और विकास कार्यो की दृष्टि से शून्य ही रहा है। बीते एक साल में इस सरकार ने प्रदेश के किसान को धोखा दिया है, युवाओं को छला है, बेटियों से झूठ बोला है, तबादलों का उद्योग खोला है और माफियागिरी का राज कायम किया है। एक साल में सरकार के पास बताने के लिए एक भी उपलब्धि नहीं है। अगर तनिक भी नैतिकता है तो कमलनाथ जी बताएं कि उन्होंने एक साल के भीतर किस एक किसान का 2 लाख रूपए का कर्जामाफ किया है? किस युवा को 4 हजार का बेरोजगारी भत्ता दिया? कौन सी बेटी का विवाह कराया है? कौन सी पंचायत में एक गौशाला बनायी है? कहां 10 कि.मी. की भी सड़क बनायी है? जनता सरकार से यह सवाल नहीं पूंछ सके इसलिए कमलनाथ जी ध्यान भटकाने के लिए एक के बाद दूसरा मुद्दा छेड़ देते हैं। जिससे जनहित की योजनाओं को गहरा धक्का लगा है। जिलाध्यक्ष श्री पटेल ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में राहुल गांधी जी ने 10 दिनों में किसानों का दो लाख तक का कर्ज माफ करने और ऐसा न होने पर सीएम बदलने की बात प्रदेश के लाखों लोगों के सामने कही थी। कर्जमाफी का यह वादा कितना पूरा हो सका है, इसका अंदाज इस तथ्य से लगाया जा सकता है कि कमलनाथ सरकार ने अपनी वर्षगांठ पर इस योजना का दूसरा चरण शुरू किया है, जिसमें 50 हजार से आगे की कर्जमाफी की जाएगी। कांग्रेस सरकार के सत्ता में आने के साल भर बाद कर्जमाफी का दूसरा चरण शुरू होना सरासर वादाखिलाफी है, असफलता है और कांग्रेस पार्टी तथा कमलनाथ सरकार पूरी बेशर्मी के साथ इसे किसानों पर उपकार की तरह पेश कर रही है। श्री पटेल ने कहा कि कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व में अगर जरा सी भी नैतिकता बाकी है, तो इस बेशर्म सरकार के मुखिया को तुरंत बदल देना चाहिए। सत्ता के लिए किसानों को ठगने वाली कांग्रेस को अगर अपनी उपलब्धियां बताना है, तो यह बताए कि पिछले एक साल में सरकारी मदद के तौर पर पीडि़त किसानों को कितनी राशि दी गई है। प्रदेश के लोगों को यह बताए कि बीते एक साल में कर्जमाफी के जाल में फंसे 150 से ज्यादा किसान मौत को गले लगा चुके हैं।
श्री पटेल ने कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कन्या विवाह योजना की राशि को 28 हजार से बढ़ाकर 51 हजार किए जाने को अपनी सरकार की उपलब्धि बताया है, लेकिन यह सिर्फ जुबानी जमाखर्च है। वास्तविकता यह है कि इस योजना के अंतर्गत विवाह रचाने वाले जिले लगभग 2800 जोड़ों के विवाह संपन्न हुए और मात्र 930 जोड़ों के खातों में राशि जमा हुई है। बाकी 1870 जोड़े आज भी इस राशि का इंतजार कर रहे हैं। हमारे मुख्यमंत्री के समय शादी के तीन दिनों के अंदर ही खातों में राशि पहुंच जाती थी और शादी पर विवाह सामग्री प्राप्त हो जाती थी। शादी-ब्याह का सीजन शुरू हो गया है, ऐसे में मुख्यमंत्री कमलनाथ को यह स्पष्ट करना चाहिए कि योजना में विवाह रचाने वाले नव दंपतियों को योजना की राशि कितने सालों में दी जाएगी। मीडिया प्रभारी सुनील जैन ने बताया कि प्रदेश की कमलनाथ सरकार को पूरा एक वर्ष हो चुका है और एक वर्ष में विज्ञापन के माध्यम से सरकार अपनी पीठ थपथपा रही है। अपनी सरकार के 365 दिनों में 365 वादे पूरे करने का ढिंढोरा पीटने वाली कमलनाथ सरकार को प्रदेश की जनता को यह बताना चाहिए कि उन्होंने कौन-कौन से वादे पूरे किए हैं। कर्ज माफी के आवेदन सरकार ने किसानों से बुलाए थे। आवेदन के पहले दिन मैंने भी अपना आवेदन कर्ज माफी का प्रस्तुत किया था लेकिन आज तक मेरे खाते में फुटी कौड़ी नहीं आई और सोसायटी के चक्कर लगा रहा हूं। पूरे प्रदेश में प्रदेश संगठन के निर्देश पर बुधवार को जिला मुख्यालयों पर कांग्रेस सरकार के विफलतम एक वर्ष पूर्ण होने पर पत्रकार वार्ताओं का आयोजन किया गया। जिला मुख्यालय खंडवा में भी भाजपा कार्यालय में जिलाध्यक्ष सेवादास पटेल, पूर्व जिलाध्यक्ष हरीश कोटवाले एवं महापौर सुभाष कोठारी की उपस्थिति में पत्रकारवार्ता का आयोजन हुआ। सभी ने सरकार की विफलताओं को एक सिरे से पत्रकारों से समक्ष रखा। पत्रकारों के माध्यम से नेताओं ने सरकार से पूछा कि कितने युवाओं को 4 हजार रुपए बेरोजगारी भत्ता दिया? कितनों को रोजगार उपलब्ध कराया? पेट्रोल और डीजल कितना सस्ता किया? प्रदेश के किसानों की हालत में क्या सुधार हुआ? कितने स्व सहायता समूहों का कर्ज माफ हुआ? प्रदेश के पुलिसकर्मियों को कितने सप्ताह तक साप्ताहिक अवकाश मिला? श्री पटेल ने कहा कि कमलनाथ सरकार को झूठ पर झूठ परोसने की बजाय सच्चे हृदय से जनता की सेवा करना चाहिए, क्योंकि प्रदेश की जनता इस सरकार के सारे छल-प्रपंच को जान गई है और अब इस सरकार कोई भी हथकंडा जनता की आंखों में धूल नहीं झोंक सकता।