खंडवा- अतिवृष्टि से हुए नुकसान और आपदा राहत राशि देने में केन्द्र की भाजपा सरकार प्रदेश सरकार के साथ राजनैतिक द्वेषभावना रखते हुए पक्षपात कर रही है। मध्यप्रदेश के हक की 2677 करोड़ रुपए की राशि केन्द्र ने कटौती कर प्रदेश की जनता के साथ छलावा किया है। विगत वर्षों में केन्द्र सरकार ने सेस व सरचार्ज बढ़ाकर काफी राजस्व संग्रहित तो किया मगर मध्यप्रदेश को उसका हिस्सा देने में अब आनाकानी की जा रही है। उक्त विचार पत्रकारवार्ता को संबोधित करते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सच सलूचा ने व्यक्त करते हुए कहा कि मोदी सरकार मप्र के प्रति बैर रखे हुए है,क्योंकि यहां पर भाजपा की बजाए जनता ने कांग्रेस पर भरोसा जताया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के 29 सांसदों में से 28 सीटों पर जनता ने भाजपा को जिताया है,लेकिन एक भी सांसद ने संसद में मप्र के प्रति बरते जा रहे पक्षपात पर आवाज नहीं उठाई है। ये जनता के साथ विश्वासघात है। केन्द्र सरकार द्वारा प्रदेश में कांग्रेस की सरकार होने के चलते किए जा रहे पक्षपात पर अब वे भी मौन बैठे है। वही भाजपा के प्रदेश स्तरीय नेता अर्नगल बयानबाजी कर प्रदेश की जनता को दिग्भ्रमित कर रहे है। जबकि प्रदेश की कमलनाथ सरकार द्वारा संकट की इस घड़ी में प्रदेश के आपदा पीड़ितों को 200 करोड़ रूपए की राहत राशि अब तक दे चुके है। इसके साथ ही 270 करोड़ रुपए की राहत राशि उन जिलो में वितरित की गई है। जहां अतिवृष्टि से किसानों की फसले बर्बाद हुई है। वही केन्द्र सरकार के राष्ट्रीय आपदा कोष से प्रदेश सरकार द्वारा 6621.28 करोड़ रूपए की राहत राशि की मांग की गई थी। जो कि अब तक केन्द्र सरकार द्वारा उपलब्ध नही कराई गई। इसके विपरीत भाजपा शासित राज्यों जैसे बिहार,कर्नाटक में आपदा प्रभावितो के राहत राशि जारी कर दी गई है। जिससे ऐसा प्रतीत होता है कि केन्द्र सरकार द्वारा प्राकृतिक आपदा से पीड़ित प्रदेश की जनता पर मरहम लगाने की अपेक्षा नमक छिड़क रहा है।
पत्रकार वार्ता के दौरान नारायण पटेल विधायक मांधाता,ओंकार पटेल, ग्रामीण जिलाध्यक्ष कांग्रेस कमेटी,ठा.इंदलसिंह पंवार,अध्यक्ष शहर कांग्रेस कमेटी,मुनीष मिश्रा,श्याम यादव,सदाशिव भवरिया,रिंकू सोनकर,आलोक रावत,रणधीर कैथवास, सुनील सकरगाए, अजय वर्मा,विकास व्यास,विनोद यादव, वीरेंद्र गौतम, अय्यूब लाला, राकेश पाठक सहित कांग्रेसजन मौजूद थे।