खंडवा-
अंतरात्मा की आवाज पर लिए गए फैसले सही होते हैं, जब भी दुविधा की स्थिति बने कुछ समय मौन रहकर अंतरात्मा की आवाज सुनना चाहिए हमें दुविधा से बाहर निकलने का मार्ग मिल जाता है। मध्य प्रदेश राज्य आनंद संस्थान द्वारा नागरिकों में तनाव मुक्ति के लिए नियमित अल्पविरा शिविर आयोजित किये जा रहे है जो भी व्यक्ति आनंदमय से जीवन जीना चाहता है वह अपने दैनिक जीवन में क्षमा और धन्यवाद शब्दों का प्रयोग शुरू कर दे उसके जीवन से स्वत: ही तनाव दूर भागने लगेगा।
मध्य प्रदेश राज्य आनंद संस्थान अध्यात्म विभाग द्वारा शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय छैगांवमाखन में 1 अक्टूबर को आयोजित अल्पविराम कार्यक्रम में आनंदम सहयोगी नारायण फरकले ने जीवन का लेखा जोखा विधि का अभ्यास करते हुए यह बात प्रतिभागी शिक्षकों से कहीं। कार्यक्रम शिक्षक शिक्षिकाओं के लिए आयोजित किया गया था। कार्यक्रम के प्रारंभ में प्रभारी प्राचार्य शाहिना अहमद ने स्वागत भाषण दिया एवं शिक्षक एसपी मिश्रा ने कार्यक्रम आयोजन के उद्देश्य बताएं। तत्पश्चात राज्य आनंद संस्थान के मास्टर ट्रेनर गणेश कानड़े ने आध्यात्म विभाग की गतिविधियों के बारे में बताया, उन्होंने सभी प्रतिभागी शिक्षकों से नकारात्मक विचारों को त्याग कर सकारात्मक विचारों को अपनाने की बात कही। आनंदम सहयोगी नारायण फरकले ने जीवन का लेखा जोखा विधि के अंतर्गत चार प्रश्न दिए, जीवन में किस-किस ने मदद की, किस किस की मदद की, किस किस ने कष्ट दिया, किस-किस को हमने कष्ट दिया। इसके बाद 10 मिनट का शांत समय दिया गया। शिक्षक शिक्षिकाओं ने अपने जीवन की घटनाओं पर आधारित स्टोरी सुनाई। इस अवसर पर उन्होंने प्रत्येक प्रतिभा से अपने 24 घंटे में से 10 मिनट निकाल कर प्रतिदिन अपनी अंतरात्मा से इन चार प्रश्नों के उत्तर खोजने के लिए कहा। कार्यक्रम में प्रभारी प्राचार्य साइना अहमद, डीआर मुछाला, एसपी मिश्रा, राम पटेल, बी हिरवे, संजीव पांडे, रामदयाल गुर्जर एवं अन्य शिक्षक स्टॉप मौजूद था।