खण्डवा-किसानों के बुलावे पर धरना प्रदर्शन में पहुंचे सांसद, किसानों को न्याय दिलाने का दिया आश्वासन

अपनी समस्याओं को लेकर किसानों ने सौंपा ज्ञापन, सांसद श्री चौहान ने दिया आश्वासन  

खंडवा- भारी वर्षा के कारण जिले भर के किसानों की सोयाबीन, कपास और प्याज की फसल बर्बाद हो गई है, अभी तक पूर्ण सर्वे होकर मुआवजा राशि किसानों को नहीं मिल पाई एवं साथ ही विधानसभा चुनवा के समय कांग्रेस सरकार में दो लाख तक का कर्जा माफ करने के वचन पत्र का वादा पूर्ण नहीं होने से किसान आक्रोशित हैं और विगत कई दिनों से अनाज मंडी प्रांगण में अपनी मांगों को लेकर हड़ताल कर मुख्यमंत्री, जिला कलेक्टर के साथ ही सांसद व विधायकों को भी ज्ञापन प्रस्तुत करते हुए किसानों की समस्या दूर करने का अनुरोध कर रहे हैं। श्री जैन ने बताया कि किसानों के चल रहे धरने एवं उनके दुख दर्द में शामिल होने गुरूवार को अनाज मंडी प्रांगण में सांसद नंदकुमारसिंह चौहान के साथ ही क्षेत्र के विधायक देवेन्द्र वर्मा और राम दांगोरे भी पहुंचे और किसानों का ज्ञापन लेते हुए अपनी बात रखी। धरने को संबोधित करते हुए सांसद नंदकुमारसिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस की कमलनाथ सरकार किसान विरोधी है और झूठे वादे कर सरकार तो बना लेकिन वचन पत्र में कहे अनुसार जिले के किसानों का दो लाख रूपए का कर्जा अभी तक माफ नहीं हुआ। इस माफी के चक्कर में आप लोग नया कर्ज भी नहीं ले सके जिसके कारण आपकी फसल का बीमा भी नहीं हो सका। इस वर्ष अधिक वर्षा के कारण जिले की हमारी महत्वपूर्ण फसल जिससे हमारी रोजी रोटी के साथ परिवार भी चलता है सोयाबीन, कपास और प्याज की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई, लेकिन सरकार की ओर से कोई राहत नहीं मिल पा रही है। सिर्फ घोषणाएं की जा रही है लेकिन अभी तक खेत-खेत का सर्वे भी नहीं हो पाया है। वहीं पिछले वर्ष कुछ प्रतिशत सोयाबीन की फसल का नुकसान हुआ था तो मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने तुरंत मुआवजे की घोषणा की और खंडवा जिले में ही 158 करोड़ की राशि का किसानों को वितरण हुआ। इस वर्ष जब सारी फसलें नष्ट हो गई, किसान बर्बाद हो गया तो कमलनाथ की सरकार सोयी हुई है और अभी तक कोई राशि उन्हें प्राप्त नहीं हुई है। किसानों की फसलों की नुकसानी का भुगतान आरबीसी के तहत भारत सरकार नहीं प्रदेश की सरकार ही करती है। प्रदेश सरकार फसल की बर्बादी का आंकलन केन्द्र को भेजती है। शिवराज जी जो स्वयं किसान पुत्र है और किसानों के दुख दर्द को समझते हैं और उनके कार्यकाल में मुआवजा राशि से लेकर भावांतर योजना भी चलाई गई जिससे किसानों को काफी लाभ हुआ। लेकिन प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने भावांतर योजना के साथ ही किसान हितैषी योजनाओं को बंद कर दिया जिससे आज अन्नदाता किसान परेशान है। ज्ञापन लेकर श्री चौहान ने कहा कि आपकी इन बातों को मैं प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ व सरकार तक पहुंचाऊंगा। साथ ही केन्द्र सरकार से भी जो यथा सहयोग होगा वह दिलाने का भरपूर प्रयास करूंगा। मंडी में आयोजित धरने में किसान संघ के अध्यक्ष रविन्द्र पाटीदार, धरमचंद गुर्जर, सुभाष पटेल, जय पटेल, त्रिलोकचंद पटेल, नरेन्द्र तिरोले ने सांसद श्री चौहान, विधायक देवेन्द्र वर्मा और राम दांगोरे को ज्ञापन सौंपा।